महाकाल मंदिर में फिर लागू हो सकती है अग्रिम बुकिंग के आधार पर दर्शन व्यवस्था

प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में जल्द ही अग्रिम बुकिंग के आधार पर दर्शन व्यवस्था लागू हो सकती है। क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में इस पर निर्णय लिया जा सकता है। नई दर्शन व्यवस्था लागू होने पर दर्शन के समय में भी बदलाव होने के आसार हैं। अग्रिम बुकिंग महाकाल मंदिर के एप अथवा वेबसाइट पर जाकर कराई जा सकती है। बुकिंग के दौरान दर्शन करने का दिन और समय तय कर दिया जाएगा। दर्शनार्थी तय समय और दिनांक पर मंदिर आकर दर्शन कर सकेंगे।

शहर में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। बीते एक सप्ताह से लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। इधर ज्योतिर्लिंग महाकाल सहित, कालभैरव, मंगलनाथ सहित अन्य प्रमुख मंदिरों में अन्य शहरों से दर्शनार्थियों के आने का सिलसिला जारी है। ऐसे में महाकाल मंदिर में जल्द ही अग्रिम बुकिंग के आधार दर्शन व्यवस्था लागू होने के आसार नजर आ रहे हैं। एक दो दिन में होने वाली क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में नई दर्शन व्यवस्था पर निर्णय हो सकता है। बैठक में दर्शन का समय भी सुबह 6 से शाम 6 बजे तक किए जाने का अनुमान है। आने वाले दिनों में कोविड गाइड लाइन का भी सख्ती से पालन कराया जाएगा। दर्शनार्थियों को मास्क लगाकर आना अनिवार्य रहेगा। वैक्सीनेशन के प्रमाण पत्र की भी सख्ती से जांच की जाएगी। प्रवेश द्वारों पर सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी रहेगी।

महाकालेश्वर एप पर निर्बाध जारी है अग्रिम बुकिंग

क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में अग्रिम बुकिंग के आधार पर दर्शन व्यवस्था लागू करने का निर्णय होता है, तो मंदिर समिति इसके लिए तैयार है। पूर्व में भी समिति इस व्यवस्था से भक्तों को सुविधापूर्वक दर्शन करा चुकी है। महाकालेश्वर एप पर वर्तमान में भी यह सुविधा निर्बाध रूप से जारी है। प्रतिदिन सैकड़ों भक्त दर्शन के लिए आनलाइन बुकिंग करा रहे हैं।

भस्मारती व शयन आरती पर दर्शन बंद

देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर समिति ने पहले ही भस्मारती तथा शयन आरती दर्शन पर रोक लगा दी है। दर्शनार्थियों का गर्भगृह व नंदी हाल में भी प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। अत्यधिक भीड़ वाले दिनों में समय-सयम पर श्रद्धालुओं का परिसर में भी प्रवेश प्रतिबंधित किया जा रहा है। अब भारी भीड़ को मंदिर में प्रवेश करने से रोकने की है। इसे अग्रिम बुकिंग के आधार पर दर्शन व्यवस्था लागू कर रोका जा सकता है।

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